उलझन कान्हा बड़ी भारी हो गई लिरिक्स
उलझन कान्हा बड़ी भारी हो गई,
बंसी तेरी सोतन हमारी हो गई,
उलझन राधे कैसी भारी हो गई,
काहे राधे रानी दुखयारी हो गई…
इक पल को भी इसे दूर नही करते,
बंसी की वजह से मेरा ध्यान नही रखते,
लगता है मुझसे भी प्यारी हो गई,
बंसी तेरी सोतन हमारी हो गई…
जब तक इस को न होठो से लगाऊ मैं,
सच कहू राधे रानी कुछ नही खाऊ मैं,
बंसी मुझे प्राणों से भी प्यारी हो गई,
काहे राधे रानी दुखयारी हो गई…
अन्य कृष्ण भजन लिरिक्स -: Krishna Bhajan Lyrics
- मोहन हमारे मधुबन में तुम आया ना करो लिरिक्स
- मोहन तेरी बंसी तो यमुना की धारा है लिरिक्स
- कान्हा बेदर्दी है राधा खत लिखती हैं लिरिक्स
- मैंने दे दी तुम्हारे हाथ जीवन की नैया लिरिक्स
अन्य भजन