शंकर का डमरू बाजे रे लिरिक्स

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शंकर का डमरू बाजे रे लिरिक्स, Shankar Ka Damroo Baje Re Lyrics

शंकर का डमरू बाजे रे लिरिक्स

शंकर का डमरू बाजे रे,
कैलाशपति शिव नाचे रे…

जटाजूट में नाचे गंगा,
शिव मस्तक पर नाथे चंदा,
नाचे वासुकी नीलकंठ पर,
नागेश्वर गल साजे रे,
शंकर का…

सीस मुकुट सोहे अति सुंदर,
नाच रहे कानन में कुंडल,
कंगन नूपुर चर्म-ओढ़नी,
भस्म दिगम्बर राजे रे,
शंकर का…

कर त्रिशूल कमंडल साजे,
धनुष-बाण कंधे पै नाचे,
बजे ‘मधुप’ मृदंग ढोल डफ,
शंख नगारा बाजे रे,
शंकर का…

तीनलौक डमरू जब बाजे,
म डम,डम डम,की ध्यनि गाजे,
ब्रह्म नाचे, विष्णु नाचे,
अनहद का स्वर गाजे रे,
शंकर का…

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