आज बृज में होली रे रसिया लिरिक्स

आज बृज में होली रे रसिया लिरिक्स आज बृज में होली रे रसिया,होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया… अपने अपने घर से निकसी,कोई श्यामल कोई गोरी रे रसिया… कौन गावं केकुंवर कन्हिया,कौन गावं राधा गोरी रे रसिया… नन्द गावं के कुंवर कन्हिया,बरसाने की राधा गोरी रे रसिया… कौन वरण के कुंवर कन्हिया,कौन वरण राधा गोरी … Read more

होली खेल रहे नंदलाल वृंदावन की कुंज गली में लिरिक्स

होली खेल रहे नंदलाल वृंदावन की कुंज गली में लिरिक्स होली खेल रहे नंदलाल वृंदावन कुञ्ज गलिन में,वृंदावन कुञ्ज गलिन में, बरसाने के गहवर वन में,होली खेल रहे नंदलाल, वृंदावन कुञ्ज गलिन में,वृंदावन कुञ्ज गलिन में, वृंदावन कुञ्ज गलिन में, बरसाने कि राधा प्यारी, नंदगांव के छैल बिहारी,हिल मिल खेलत गोपी ग्वाल, वृंदावन कुञ्ज गलिन … Read more